Hrday Rog Wale Aahaar Ki Kuchh Jankariya – अक्सर लोग खाने को लेकर रहते हैं परेशान तो जाने कुछ ऐसी बातें जो हृदय रोगों से परेशान व्यक्ति अपने रोज के आहार में क्या खाएं और क्या है , जरूरी :—
आज दुनियां भर के हर देश में बच्चे, बूढ़े, युवा, सभी के लिए हृदय रोग का समस्या आम हो गया है | सभी पीढ़ी इस बीमारी के कारण बेवजह मारी जा रही है, और हमारे देश में भी यह बड़ी समस्या बनती जा रही है और इन सभी के जिम्मेदार कहीं न कहीं हम ही है पर अभी भी देर नहीं हुई, सही रहन–सहन और सही खाने से अपने बीमारी से राहत पा सकते है|
हृदय रोगों के कई अनेक कारण हो सकते है| पर आज हम केवल खाने पीने के बारे में चर्चा करेंगे, किस प्रकार के आहार के कारण हमें हृदयरोग हो सकते है|
1. ज्यादा से ज्यादा मात्रा में सब्जियां और फलों का सेवन करें| अंकुरित धान्यों और खड़े अनाजों का सेवन ज्यादा से ज्यादा मात्रा में करें | सप्ताह में एक बार किसी न किसी प्रकार सेम या बीन्स का उपयोग करने का जरूर प्रयास करें | पादप पदार्थ से प्राप्त अन्न हृदय रोगों के लिए विशेष फायदेमंद होता है| या फिर हम कह सकते है शाकाहारी भोजन के आहार लेने से हृदय रोगों के होने वाले खतरों को कम किया जा सकता है| शाकाहार — से हमें अनेक ऐसे पदार्थ प्राप्त होते हैं जिनसे हम हृदय रोगों से लड़ने के लिए आवश्यक पदार्थ प्राप्त कर सकते हैं| इनसे ऊर्जा के साथ–साथ पोषण, रेशे और कई ऐसे प्रकार के ऐसे सूक्ष्म और स्थूल घटक प्राप्त होते हैं तो सामान्य जीवन को भी स्वस्थ बनाने में सहायता प्रदान करते हैं | साकाहारी भोजन की एक और विशेषता होती हैं कि इसे बनाने के लिए अनेक तरीके अपनाई जा सकती है जिससे हम अपने अंदर खाने की लालच भी पूरा कर सकते है|
2. रोज के भोजन में कई प्रकार के प्रोटीन का समावेश अवश्य करें | कम वसा या वसाहीन दूध के उत्पादों का उपयोग किया जा सकता है|
3. मछली प्रोटीन और अन्य पोशक पदार्थों की प्राप्ति का सबसे आसान और अच्छा माध्यम है | साल्मन, तूना और रोहू जैसी मछलियां ओमेगा 3 फैटी एसिड देती है जिससे हृदय रोगों का खतरा कम से कम हो जाता है| ये हृदयघात से बचाने में भी मददगार साबित होती है | शाकाहारी अलसी के प्रयोग से ओमेगा 3 फैटी एसिड की आवश्यकता की पूर्ति कर सकते है |
4. सुबह का नाश्ता अवश्य करे | यह पर्याप्त मात्रा में हो, भारी भी हो तो हरकत नही | दोपहर का भोजन नाश्ते के अपेक्षा हल्का और कम होना चाहिए| रात का भोजन एकदम कम और हल्का होना चाहिए|
5. संश्लेषित वसा के आहार लेने से जितना हो सके बचने की कोशिश करें | इनको अपने से दूर रखे, और उपयोग न करने से ह्रदय से जुड़ी सभी रोग से बचने में मददगार साबित हो सकता है | वसा आपके रक्त में खराब कोलेस्टॉल मतलब एलडीएल का स्तर बढ़ाने का काम करता है| बेकरी के पदार्थों, माइक्रोवेव में बने पदार्थों डिब्बाबंद ठंडे पदार्थों और पिज्जा, फास्टफूड और स्टोरेज की सब्जियां इसको बढ़ाने का काम करती है| विविध प्रकार के कबाब, क्रीम, कॉफी और बैक्ड इसको खतरनाक स्तर तक ले जाने का काम करते हैं, अगर किसी पदार्थ पर ये लिखा हो की इसमें जीरो ग्राम ट्रांस फैट से बना पदार्थ है तो भी ये जान ले की उसमें वसा की मात्रा है जो आपके लिए घातक हो सकती है कुछ पदार्थों पर लिखा होता है कि ये पर्सनली हाइड्रोजनेटेड ऑयल से बना है इसका मतलब है कि उसमें तेल के रूप में ट्रांस फैट का उपयोग किया गया है|
6. अच्छी वसा की शरीर को आवश्यकता होती है लेकिन उनको भी मिलने के पहले या खाने के पहले इनके बारे में पूर्ण जानकारी लेना आवश्यक होता है, यदि आप मोनो या पोली सेचुरेटेड कोई भी वसा ले रहें हों, तो तेल कोई सा भीखा रहे हों सबसे पहले उससे कितना ऊर्जा कितने मात्रा में मिलेंगी ये सारी बातें जान लेना चाहिए|
आजकल के दिन में ओलिव आइल या जैतून का तेल हमारे देश इसके खाने का प्रचलन बढ़ते जा रहा है पर हमेशा एक बात का ध्यान रखें हमारे देश का मौसम इस तेल के लिए मुफीद नही है|
7. हर कौरे को चबा चबा कर खाएं | दांतो का काम आंतो से लेने का प्रयास न करें| भोजन का आनंद लें| इसे सिर्फ एक दैनिक कार्य के रूप न लें|
8. पानी का सेवन पर्याप्त मात्रा में करें | दिनभर में कम से कम 8 ग्लास पानी अवश्य लें | पानी का मतलब केवल पानी ही लें| कई बार लोग पानी के स्थान पर ग्लूकोज पानी, नारियल पानी, जूस या पानी में कुछ और मिलाकर पीते है| यह गलत आदत है, इसे स्वास्थ पर गलत प्रभाव पड़ता है | आजकल की नई पीढ़ी पानी की जगह सॉफ्ट ड्रिंक लेती है जो की मौत का कारण भी हो सकता है|
9. अधिक मात्रा में ठंडे पेयों का सेवन या कार्बोनेटेड ड्रिक्स समय से पहले हृदयरोग का कारण साबित होते हैं| इनसे वजन बढ़ने के साथ साथ अनेक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है इससे कैंसर का खतरा काफी बढ़ता है| इसलिए बच्चों और बड़ों को इनसे बचना ही चाहिए|
10. सूखे मेवों का उपयोग सोच समझ कर और नियमित मात्रा में ही करना चाहिए| मेवों को प्रतिष्ठा और ऊर्जा से जोड़कर खाने के स्थान पर अवश्यकता और पूर्ति के लिए महत्व देना चाहिए| सबसे पहले यह पूरी तरह से समझ ले की आप कितना काम करते है और किस तरह का काम करते हैं|
11. मिठाइयों के सेवन में विशेष रूप से सावधानी बरतनी चाहिए| खोवा और मैदा से बने मिठाइयों से जितना ज्यादा हो सके दूर रहे, इनके जगह पर छेने की मिठाइयों को महत्व दे तो आपके लिए फायदेमंद होगा|
शक्कर की मिठाइयों की जगह अगर आप गुड़ से बने मिठाइयों को खाएंगे या केवल उसका उपयोग करे तो आपके लिए काफी अच्छा होगा|
12. जल्दी न पचने वाले भोजन, मांसाहार, मिठाईयां ये सब दिन में खाने से कभी बीमार नही होंगे| अगर आप रात में इनका सेवन करते है और बार–बार करते है, तो हृदय रोग से बचना मुस्किल होता है|
13. भोजन करने के बाद हर दिन वज्रासन का प्रयोग करने से फायदेमंद साबित होता है| दिन में कम से कम 30 मिनट चलना भी फायदेमंद होता है| दोपहर के खाने के बाद थोड़ा आराम करें और रात के भोजन के बाद करीब आधा किलोमीटर पैदल चलें| आप जीवन में हमेशा स्वस्थ रहेंगे|
14. शराब आज के समय में आम हो गया है। अधिक मात्रा में शराब को सेवन आपको हमेशा संकट में ही डाल सकता है। इससे बचने का जितना ज्यादा हो सके प्रयास करे।
बस इतना ही| अगर आपको ह्रदय रोगों के सम्बन्ध में आहार से जुड़ी जानकारी अच्छी लगी हो | और जानकारी के लिए हमारे साथ जुड़े रहे|